अयोध्या - राम जन्म भूमि एक बार फिर से चर्चा में है। ट्विटर, फेसबुक
जैसे सामाजिक मंचों पर और अन्य खबरों में अयोध्या शब्द एक बार फिर से काफी
जतेज़ी से ट्रेंड हो रहा है। राम जन्म भूमि जो हिन्दुओ के लिए हमेशा से
पूजनीय रही है और जिसको मुस्लिम पक्ष के नेताओ ने हमेशा जबर्दस्ती विवाद का
विषय बनाए रखा, उसी राम जन्म भूमि ने खुद एक बार फिर से सबूत दिए है कि
राम मंदिर
पहले भी वही मौजूद था जिसको तोड़ कर उस पर बाबरी का विवादित ढांचा
बनाया गया था। कोरोना वायरस महामारी की वजह से lockdown के बाद जब राम
मंदिर के निर्माण का काम शुरू हुआ तो सबसे पहले वहाँ पर भूमि को समतल करने
का काम शुरू किया गया।
भूमि
को समतल करने की इसी प्रक्रिया के दौरान राम जन्म भूमि से कुछ देवी
देवताओं की मूर्तियां, 5 फ़ीट का शिवलिंग और कुछ ऐसे नक्काशी वाले खंबे मिले
है जिनसे एक बार फिर से यह पता चलता है कि राम मंदिर वह पहले भी था। श्री
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की देख रेख में राम मंदिर के निर्माण
कार्य हो रहा है जिसमे 15 मेंबर है और इसका निर्माण नरेंद्र मोदी जी की
सरकार ने राम मंदिर के निर्माण के कार्य के लिए किया था।